मैथिलीशरण गुप्त मैथिलीशरण गुप्त का जन्म सन् 1886 में चिरगाँव जिला झाँसी में हुआ । जाति के ये वैश्य हैं। इनके पिता सेठ रामचरण जी कविता के बड़े प्रेमी थे और “कनकलता’ नाम से छंद-रचना करते थे । सेठ जी के पाँच पुत्र हुए-महरामदास, रामकिशोर, मैधिलीशरण, सियारामशरण और चारुशीलाशरण । इनमें मैथिलीशरण और सियारामशरण को काव्य के क्षेत्र में प्रसद्धि मिली ...
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Makhan Lal Chaturvedi
माखनलाल चतुर्वेदी माखनलाल चतुर्वेदी : होशंगाबाद के ऐसे कवि और पत्रकार जिन्होंने ठुकरा दी थी CM की कुर्सी पं० माखनलाल चतुर्वेदी जी का जन्म सन् 1888 में मध्यप्रदेश में होशंगाबाद जिले के अंतर्गत बाबई नामक स्थान में हुआ । जाति के ये ब्राह्मण हैं। इनके पिता का नाम पं० नंदलाल चतुर्वेदी और माँ का सुन्दरबाई था । पिता गाँव की ...
Read More »Ram Naresh Tripathi Biography
रामनरेश त्रिपाठी पं० रामनरेश त्रिपाठी का जन्म सन् 1889 में जौनपुर जिले के कोइरीपुर ग्राम में हुआ | जाति के ये सरयूपारी ब्राह्मण थे। इनके पिता पं० रामदत्त त्रिपाठी रामचरितमानस के अनन्य प्रेमी थे। इनकी प्रारंभिक शिक्षा गाँव कौ पाठशाला में हुई । पाठशाला के प्रधान अध्यापक ब्रजभाषा के कवि थे । उनकी प्रेरणा से ये भी ब्रजभाषा में समस्यापूर्ति ...
Read More »Jai Shankar Prasad Biography
जयशंकर प्रसाद जयशंकर ‘प्रसाद’ का जन्म सन् 1889 में काशी के सराय गोवर्द्धन मोहल्ले में हुआ । जाति के ये वैश्य थे। इनके पिता का नाम देवीप्रसाद और पितामह का शिवरतन था । दोनों तमाखू, सुर्ती और सुंघनी के प्रसिद्ध विक्रेता थे और बड़े व्यापारी होने के कारण ‘सुंघनी साहु’ कहलाते थे । ये लोग शिव के उपासक थे । ...
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आधुनिक कविता उन्नीसवीं शताब्दी के मध्य भाग से कविता एक नया मोड़ लेती है। भारतेन्दु हरिश्चंद्र का जन्म सन् 1850 में हुआ । यह ऐसा वर्ष है जब रीति-काल समाप्त होता है और एक नया युग प्रारंभ । भारतेन्दु इसी से आधुनिक युग के जनक कहलाते हैं। उन्नीसवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में राजनीति, धर्म, विज्ञान, शिक्षा, समाज, सभी क्षेत्रों में आन्दोलन के ...
Read More »Bhartendu Harishchandra
भारतेन्दु हरिश्चंद्र भारतेन्दु हरिश्चंद्र का जन्म काशी में 9 सितम्बर सन् 1850 को हुआ । जाति के ये अग्रवाल वैश्य थे । इनके पिता का नाम गोपालचंद्र ठर्फ गिरिधर दास था और माँ का पार्वती । गोकुलचंद्र नाम के इनके एक छोटे भाई थे । हरिश्चंद्र इतिहास-प्रसिद्ध सेठ अमीचंद के वंशज थे । बचपन में इन्हें हिंदी की शिक्षा पं० ...
Read More »History of modern Hindi and Westernization of education
शिक्षा का पश्चिमीकरणआधुनिक हिंदी का इतिहास अंग्रेजी राज्य की स्थापना और आर्थिक परिवर्तनों के संदर्भ में जीवन की नई समस्याएँ पैदा हुई। इन समस्याओं से जूझने के लिए नए दृष्टिकोणों की आवश्यकता पड़ी | कहना न होगा कि नई शिक्षा प्रणाली द्वारा जो ज्ञान-विज्ञान उपलब्ध हुआ उससे बहुत सहायता मिली । १६वीं शताब्दी के अन्त में इस देश को जिस ...
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